
د لارې خوا ته، څنګ ته شوې تیږه
که څوک راوګرزېد، پر ما تکیه شو
نه ورته نه وایمه
کله چې ځي ترې د مننې تمه هم نه لرم
خو ما نه هم دا غوښتل نه دي په کار
چې زه دې چا پسې یو دوه قدمه منډه وکړم
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